Prabal Jhanjhaavaata Me Tu | प्रबल झंझावात में तू | प्रेरक गीत
प्रबल झंझावात में तू बन अचल हिमवान रे मन॥ हो बनी गंभीर रजनी सूझती हो नहीं अवनी। ढल न अस्ताचल...
प्रबल झंझावात में तू बन अचल हिमवान रे मन॥ हो बनी गंभीर रजनी सूझती हो नहीं अवनी। ढल न अस्ताचल...
मेरी मातृभूमी मंदिर है ॥धृ॥ श्वेत हिमलय शृंग बना है शिव का तांडव बल अपना है भगवा-ध्वज यश गौरव वाला...
हे जन्म भूमि भारत हे कर्म भूमि भारत हे जन्म भूमि भारत, हे कर्म भूमि भारत हे वंदनीय भारत, अभिनंदनीय...
Mera karma tu mera dharma tu Tera sab kuchh mai mera sab kuchh tu Har karam apna karenge Har karam...
चरण कमल पर माता तेरे प्राणों का संगीत निछावर अनगिन गुण-सम्पन्न सुतों की जनम-जनम की प्रीति निछावर बलिहारी माँ पंचतत्व...
एक संस्कृति एक धर्म है एक हमारा नारा। एक भारती की संतति हम भारत एक हमारा॥ दैनिक शाखा संस्कारों से...
दिव्य ध्येय की ओर तपस्वी जीवन भर अविचल चलता है ॥ सज धज कर आए आकर्षण पग पग पर झूमते...
देवता तुम राष्ट्र के क्या भेंट चरणों में चढाऊँ हम अभी तक सो रहे थे आत्म गौरव खो रहे थे...
पूज्य मां की अर्चना का , एक छोटा उपकरण हूं। उच्च है वह शिखर देखो , मैं नहीं वह स्थान...
चिर पुरातन राष्ट्र का फिर से नया निर्माण हो चीर संकट सागरों का जग जयी अभियान हो॥ चिर पुरातन राष्ट्र...
निज गौरव को निज वैभव को , क्यों हिन्दू बहदुर भूल गए। उपदेश दिया जो गीता में , क्यों सुना...
बोधयित्वा संघभावं नाशयित्वा हीनभावं नवशताबधाम कल्युगेस्मिन हिन्दुधर्मो विजयताम। । बोधयित्वा संघभावं नाशयित्वा हीनभावं नवशताबधाम कल्युगेस्मिन हिन्दुधर्मो विजयताम। । राष्ट्र्भक्तिम सामरस्यं...