Mukta Ho gagan sada-मुक्त हो गगन सदा
मुक्त हो गगन सदा स्वर्ग सी बने मही। संघ साधना यही राष्ट्र अर्चना यही॥ व्यक्ती व्यक्ती को जुटा दिव्य सम्पदा...
मुक्त हो गगन सदा स्वर्ग सी बने मही। संघ साधना यही राष्ट्र अर्चना यही॥ व्यक्ती व्यक्ती को जुटा दिव्य सम्पदा...
तुम्हें जन्म दे धन्य हुई माँ भारत -भुमि हमारी। नव जीवन भर कण-कण में ब्रम्ह-प्रेम रस धारा। अमिट राग भरकर...
मोद बहरतो मनामनातुन यशवार्ता ये कानी विजयध्वज हा उंच उभारू गाऊ मंगल गाणी॥धृ॥ आज पडे हे पाउल पहिले यशःपथावरती वाट...
मी युग नव निर्मीन मी युग नव निर्मीन॥ धृ॥ रुखल्या सुखल्या भूमीवरती सद्भावाने करुनी वसती संस्कारांचे जल सिंचुनिया सोनमळे पिकविन॥१॥...
मी वंदितो पदराजे विनये तयांची ज्यांची मने विमल सुंदर सोनियाची जे संकटास न भिती न जयास पाश आशा सदैव अमरा...
मेरी चिर-साध सफल कर दे। विस्मृत कर दे मेरे बीते जीवन का अज्ञान कर दे उज्ज्वल परम प्रकाशित भव्य-भविष्य महान...
मातृभूमि गान से गूँजता रहे गगन स्नेह नीर से सदा फूलते रहें सुमन। जन्म सिध्द भावना स्वदेश का विचार हो...
मातृ-भू की मुर्ति मेरे ह्रदय मन्दिर में विराजे। कोटि हिन्दु हिन्दुवासी मातृ मन्दिर के पुजारी प्राण का दीपक संजोए आरती...
మాతృమూర్తి పదాల ముందర మోకరిల్లిన యువకులం సాధనా పథమందు నిలిచిన స్వయంసేవకులం మనం భారతిని సేవించుదాము భాగ్యమును సాధించుదాము ఎదను ఎదనూ తట్టిలేపి హైందవము రగిలించుదాము నవ్యయుగ...
मातृ मन्दिर के पुजारी वन्दना किस विधि करें। ध्येय प्रतिमा को ह्नदय में आज हम किस विधि धरें॥ धवल हिमालय...
मातृ मन्दिर के चिरन्तन दीप -सा चिर ज्योत्स्ना में। है पुजारी अमर केशव आज भी रत अर्चना में॥ध्रु०॥ ज्ञान अमॄतमय...
मातृ-मंदिर का समर्पित दीप मै चाह मेरी यह की मै जलता रहूँ ॥धृ॥ कर्म पथ पर मुस्कराऊँ सर्वदा आपदाओं को...