Ase mī anādī – असे मी अनादी
असे मी अनादी मला अंत नाही मला मृत्युची या मुळी खंत नाही पडू दे इथे ही तनू मृण्मयी रे चिरंजीव...
असे मी अनादी मला अंत नाही मला मृत्युची या मुळी खंत नाही पडू दे इथे ही तनू मृण्मयी रे चिरंजीव...
अरुणोदय हो चुका वीर अब कर्म-क्षेत्र में जुट जायें। अपने खून पसीने द्वारा नवयुग धरती पर लायें॥ आज पुनः दानव...
अरे साधक साधना कर प्रबल झंझा के थपेड़ों से निरंतर तू लड़े जा यदि न देता साथ कोई तू अकेला...
आराधना आराधना आराधना। मात चरणों में समर्पित शक्ति संकुल अर्चना॥ आराधना आराधना आराधना। पुण्य सलिला सरित पूजित सुरभि रज से...
अपुल्या ध्येयावरी असू दे दृष्टि तुझी रे पुरी॥ धृ॥ प्रवास करिता आयुष्याचा मार्गी तव रे बागबगीचा सुगंध आणिक रंग फुलांचा...
अपनी मिट्टी अपना पानी अपना पवन प्रकाश हो अपनी मति गति रहे स्वदेशी अडिग आत्म विश्वास॥ कर्जे ले ले धाक...
अनुशासन में बाँध दिया माँ स्वप्नों का संसार मुक्त गगन के पक्षी को भी दिया ध्येय आधार॥ मैं जीवन में...
अंतर्मन के भाव संजोकर राष्ट्रदेव का ध्यान करें। अपना तन-मन अपना जीवन इस वेदी पर दान करें॥ जिसकी रक्षा करने...
अंतरी अपुल्या असावी एकतेची आस एकता निर्मू अशी जी संपवी वनवास॥धृ॥ सर्व सुखी जन सर्वही त्राते सर्व सारखे सर्वही भ्राते...
हे ईश्वर सब सुखी हों कोई ना हो दुखहारी, सब हो निरोग भगवन धन्य धन्य के भंडारी | सब भद्र...
भारती जय-विजय करे कनक शस्य कमल धरे भारती जय०। लंका पदतल शतदल गर्जितोर्मि सागर जल धोता शुचि चरणयुगल स्तव कर...
अनगिन जीवन धारा मिलकर इस धरती पर आई। गंगा यमुना के जल -सी है भेद-अभेद समाई॥ध्रु०॥ यह धरती है अतीव...