चाक्षुषोपनिषद् || Chakshushi Upanishad
चाक्षुषोपनिषद् जिसे की चाक्षुषी विद्या के नाम से भी जाना जाता है। यह उपनिषद कृष्ण यजुर्वेद से हैं। इस चाक्षुषी...
चाक्षुषोपनिषद् जिसे की चाक्षुषी विद्या के नाम से भी जाना जाता है। यह उपनिषद कृष्ण यजुर्वेद से हैं। इस चाक्षुषी...
द्वयोपनिषद् इस उपनिषद् में गुरु किसे कहते हैं बताया गया है । || अथ द्वयोपनिषद् || आचार्यों वेदसंपन्नो विष्णुभक्तो विमत्सरः...
यह शुक्ल यजुर्वेद का चालीसवां अध्याय है, जिसे 'ईशोपनिषद्' अथवा 'ईशावास्योपनिषद' कहा गया है। उपनिषद शृंखला में इसे प्रथम स्थान...
भगवानश्री कृष्ण ने कहा है कि- मेरा और तेरा यही भाव दुःख का मूल कारण है। इसी से ही इर्षा,द्वेष,वैमन्श्यता...
घर-आंगन, चौबारे, गलियारे में आज रंगों की धूम है। होली के उल्लास में उमड़ते इन रंगों में कई चिंतन के...
दो ऋतुओं का संधिकाल होली बड़ा विलक्षण पर्व है। इसमें लौकिकता और पारलौकिकता दोनों के सूत्र समाहित हैं। यह बाह्य...
समय का अर्थ है एक प्राकृतिक परिवर्तन जो हो ही रहा है। उसको कोई नहीं मैनेज कर सकता, होना उसका...
हम देखते हैं कि अधिकतर मनुष्य सुख कैसे मिले, इसी भावना से कर्म करते हैं। वह उस समय यह नहीं...
हम जब भी किसी से पहली बार मिलने जाते हैं, तो बहुत सतर्कता से काम लेते हैं। मिलने वाले पर...
ब्रह्मांड में जो कुछ घट रहा है, उसे परमपुरुष मन ही मन ही सोच रहे हैं। आकाश, पवन, पर्वत, समुद्र...
सार्थकता और विलासिता से भरी की जिंदगी की चाह में आपने अचानक भागना आरंभ कर दिया। भागते-भागते थोड़ा ही आगे...
ऐसा माना जाता है कि गौतम बुद्ध का जन्म, ज्ञान की प्राप्ति और निर्वाण तीनों ही पूर्णिमा के दिन हुए...