इस ज्ञान को अनुभव कर लेना ही भगवान् को जान लेना है
मत्त: परतरं नान्यत्किञ्चिदस्ति धनञ्जय | मयि सर्वमिदं प्रोतं सूत्रे मणिगणा इव || गीता 7/7|| अर्थ : हे धनञ्जय ! मुझसे...
मत्त: परतरं नान्यत्किञ्चिदस्ति धनञ्जय | मयि सर्वमिदं प्रोतं सूत्रे मणिगणा इव || गीता 7/7|| अर्थ : हे धनञ्जय ! मुझसे...
यो यो यां यां तनुं भक्त: श्रद्धयार्चितुमिच्छति। तस्य तस्याचलां श्रद्धां तामेव विदधाम्यहम् ।। गीता 7/21।। अर्थ: जो-जो भक्त श्रद्धापूर्वक जिस-जिस...
ये चैव सात्विका भावा राजसास्तामसाश्च ये | मत्त एवेति तान्विद्धि न त्वहं तेषु ते मयि || गीता 7/12|| अर्थ :...
अन्तवत्तु फलं तेषां तद्भवत्यल्पमेधसाम् | देवान्देवयजो यान्ति मद्भक्ता यान्ति मामपि|| 7/23 व्याख्या : इसमें कोई संदेह नहीं कि कम बुद्धि...
किं तद्बह्य किमध्यात्मं किं कर्म पुरुषोत्तम। अधिभूतं च किं प्रोक्तमधिदैवं किमुच्यते। 8/1 हे पुरुषोत्म! ब्रह्म क्या है, अध्यात्म क्या है,...
अधिभूतं क्षरो भाव: पुरुषश्चाधिदैवतम्। अधियज्ञोऽहमेवात्र देहे देहभृतां वर ।। गीता 8/4।। अर्थ: हे शरीरधारियों में श्रेष्ठ (अर्जुन)! अधिभूत मेरी नश्वर...
यं यं वापि स्मरन्भावं त्यजत्यन्ते कलेवरम्। तं तमेवैति कौन्तेय सदा तद्भावभावित: ।। गीता 8/6।। अर्थ: हे अर्जुन! जिस-जिस भाव का...
यदक्षरं वेदविदो वदन्ति विशन्ति यद्यतयो वीतरागा:। यदिच्छन्तो ब्रह्मचर्यं चरन्ति तत्ते पदं संग्रहेण प्रवक्ष्ये।। गीता 8/11।। अर्थ : मैं, संक्षेप में...
हम सभी ने सुना है और पढ़ा है कि इस दुनिया को ईश्वर संचालित करते हैं। ईश्वर की इच्छा के...
1 महाभारत से पहले किसी को मिला था गीता ज्ञान वासुदेव श्रीकृष्ण ने महाभारत के दौरान कुरुक्षेत्र में अर्जुन को...
श्रीमद्भगवतगीता में जो उपदेश दिए गए हैं उनमें जीवन के हर पहलू और हर अवस्था का पूरा सार छिपा है।...
हमारे शास्त्रों में गीता की महिमा का बखान किया गया है। शास्त्र कहते हैं कि गीता में मनुष्य के जीवन...