Month: June 2021

गीता ज्ञानः तब व्यक्ति को फिर जन्म नहीं लेना पड़ता

बहूनां जन्मनामन्ते ज्ञानवान्मां प्रपद्यते। वासुदेव: सर्वमिति स महात्मा सुदुर्लभ:।। गीता 7/19।। अर्थ : अनेक जन्मों के अंत में जो ज्ञानवान...

भोग की इच्छाओं के अनुसार देवताओं की पूजा

कामैस्तैस्तैर्हृतज्ञाना: प्रपद्यन्तेऽन्यदेवता:। तं तं नियममास्थाय प्रकृत्या नियता: स्वया।। 7/20 जिन लोगों का ज्ञान कामनाओं की वजह से समाप्त जा चुका...

बुद्धिमान की बुद्धि और तपस्वी का तेज ‘मैं’

बीजं मां सर्वभूतानां विद्धि पार्थ सनातनम् | बुद्धिर्बुद्धिमतामस्मि तेजस्तेजस्विनामहम्||7/10 हे अर्जुन! सब प्राणियों का सनातन बीज मुझे जानो। मैं बुद्धिमानों...

गुणों में रहकर गुणातीत का अनुभव नहीं कर सकते

त्रिभिर्गुणमयैर्भावैरेभि: सर्वमिदं जगत् | मोहितं नाभिजानाति मामभ्य: परमव्ययम् || गीता 7/13|| अर्थ : इन तीनों गुणों के भावों से यह...

भगवान ने ऐसे लोगों को बुद्धिहीन माना है

अव्यक्तं व्यक्तिमापन्नं मन्यन्ते मामबुद्धय: | परं भावमजानन्तो ममाव्ययमनुत्तमम् || गीता 7/24|| अर्थ : बुद्धिहीन लोग मेरे अविनाशी और सर्वश्रेष्ठ परम...