गीता जयंती: सफलता का मूलमंत्र छिपा है श्रीकृष्ण के इन उपदेशों में
आज से सालों पहले कुरुक्षेत्र में मुरलीधर कृष्ण का दिया गया गीता ज्ञान आज के जीवन पर बिल्कुल सटीक बैठता...
आज से सालों पहले कुरुक्षेत्र में मुरलीधर कृष्ण का दिया गया गीता ज्ञान आज के जीवन पर बिल्कुल सटीक बैठता...
श्रीमद भगवद गीता में श्रीकृष्ण ने प्राणियों में समानता की शिक्षा दी है। आज बंटे हुए समाज में गीता की...
स्वस्थ जिंदगी और लंबी आयु पाना सबकी चाहत होती है। लेकिन आज के तनाव भरी और भागदौड़ वाली लाइफस्टाइल में...
भारतीय इतिहास में ऐसा कोई समय नहीं रहा, जब योग-ज्ञान का बोलबाला नहीं था। भगवान श्रीकृष्ण ने गीता में कहा...
तदा द्रष्टुः स्वरूपेवस्थानम्। योगसूत्र 1/3 अर्थ : तब दृष्टा अपने स्वरूप में स्थित हो जाता है। व्याख्या : चित्त आईने...
येऽप्यन्यदेवता भक्ता यजन्ते श्रद्धयान्विता:| तेऽपि मामेव कौन्तेय यजन्त्यविधिपूर्वकम्||9/23|| अर्थ: हे अर्जुन! जो भक्त दूसरे देवताओं को श्रद्धापूर्वक पूजते हैं, वे...
येऽप्यन्यदेवता भक्ता यजन्ते श्रद्धयान्विता:| तेऽपि मामेव कौन्तेय यजन्त्यविधिपूर्वकम् || गीता 9/23|| अर्थ: हे अर्जुन! श्रद्धा से युक्त जो भक्त अन्य...
अहं हि सर्वयज्ञानां भोक्ता च प्रभुरेव च| न तु मामभिजानन्ति तत्वेनातश्च्यवन्ति ते|| गीता 9/24|| अर्थ: मैं ही सभी यज्ञों का...
यान्ति देवव्रता देवान् पितृन्यान्ति पितृव्रताः। भूतानि यान्ति भूतेज्या यान्ति मद्याजिनोऽपि माम्।। गीता 9/25।। अर्थ: देवताओं को पूजने वाले देवताओं को...
महात्मानस्तु मां पार्थ दैवीं प्रकृतिमाश्रिता:। भजन्त्यनन्यमनसो ज्ञात्वा भूतादिमव्ययम्।। गीता 9/13।। अर्थ: हे अर्जुन! महान आत्माएं मेरी दैवीय प्रकृति के आश्रित...
अनन्याश्चिन्तयन्तो मां ये जना: पर्युपासते। तेषां नित्याभियुक्तानां योगक्षेमं वहाम्यहम् ।। गीता 9/22।। अर्थ : जो भक्तजन अनन्य भाव से मेरा...
ते तं भुक्त्वा स्वर्गलोकं विशालं क्षीणे पुण्ये मर्त्यलोकं विशन्ति | एवं त्रयीधर्ममनुप्रपन्ना गतागतं कामकामा लभन्ते || गीता 9/21|| अर्थ: वे...